Considerations To Know About Shiv chaisa
Considerations To Know About Shiv chaisa
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योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
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नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव गाई।
शिव पूजा में सफेद चंदन, चावल, कलावा, धूप-दीप, पुष्प, फूल माला और शुद्ध मिश्री को प्रसाद Shiv chaisa के लिए रखें।
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
Whosoever presents incense, Prasad and performs arati to Lord Shiva, with like and devotion, enjoys material contentment and spiritual bliss With this earth and hereafter ascends into the abode of Lord Shiva. The more info poet prays that Lord Shiva eradicated the struggling of all and grants them eternal shiv chalisa lyricsl bliss.
नित्त नेम उठि प्रातः ही, पाठ करो चालीसा।
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥